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बुधवार, जुलाई 02, 2014

अब अंतिम चार के लिए होगा मुकाबला

फीफा विश्व कप अपने अंतिम पडाव की ओर बढ़ रहा है 32 टीमों में 24 की विदाई हो चुकी है । अंतिम आठ के बारे में मेरा अनुमान सही निकला । यह सिर्फ मेरा अनुमान नहीं होगा, अपितु सभी का अनुमान यही होगा लेकिन विश्व स्तर के टूर्नामेंट में अनुमान सही नहीं हो पाते क्योंकि अक्सर उल्ट फेर हो जाते हैं । ग्रुप स्तर के मैचों में ऐसा हमने देखा है लेकिन प्री-क़्वाटरफाइनल मैचों में उल्ट फेर होते-होते बचे हैं । चिली ने पहले ही मैच में ब्राज़ील को खूब छकाया । पेनल्टी शूट-आउट जुआ है, हालांकि इसमें गोलकीपर की योग्यता का मूल्यांकन होता है लेकिन फिर भी इस प्रकार की जीत-हार पर आपका नियंत्रण बहुत कम होता है । चिली और ग्रीस की टीमें इसी की भेंट चढ़ी । कोस्टा रिका के लिए तो यही बड़ी बात है कि वे अब जीत गए लेकिन ब्राज़ील इससे संतुष्ट नहीं हो सकता । ब्राज़ील ने जैसा प्रदर्शन प्री-क़्वाटरफाइनल में किया है अगर इसमें सुधार न हुआ तो उनकी राह बेहद मुश्किल होने वाली है । क़्वाटरफाइनल में उनका मुकाबला कोलंबिया से होगा जो बड़ी शान से दो बार की पूर्व विश्व विजेता टीम उरग्वे को हराकर आई है । 
                                   कोस्टा रिका का मुकाबला गत उप विजेता नीदरलैंड से है । नीदरलैंड ने इस विश्व कप की शुरआत भी गत चैम्पियन स्पेन को रौंदकर की थी लेकिन प्री-क़्वाटरफाइनल में वह उल्ट फेर का शिकार हो सकती थी क्योंकि मेक्सिको की टीम 87 मिनट तक मैच में 1 - 0 से बढ़त बनाए हुए थी । नीदरलैंड ने निर्धारित समय में न सिर्फ गोल किया बल्कि इंजरी टाइम में पेनल्टी हासिल करके जीत का स्वाद चखा । कोस्टा रिका बेशक छुपा रुस्तम सिद्ध हो रही है फिर भी संभावना यही है कि  नीदरलैंड अंतिम चार में जगह बना लेगी । 
                  क़्वाटरफाइनल का सबसे रोमांचक मैच फ्रांस-जर्मनी का होना चाहिए ।  इस मैच की भविष्यवाणी सिर्फ यही हो सकती है कि जो टीम उस  दिन मानसिक रूप से मजबूत रहेगी वही विजेता होगी । प्री-क़्वाटरफाइनल के मैचों में फ़्रांस ने नाइजीरिया को बड़ी आसानी से शिकस्त दी थी लेकिन जर्मनी को अल्जीरिया को हराने के लिए अतिरिक्त समय तक खेलना पड़ा था । एक अन्य क़्वाटरफाइनल बेल्जियम और अर्जेंटीना के बीच होगा । बेल्जियम छुपा रुस्तम है तो अर्जेंटीना इस विश्व कप की एक बेहद मजबूत टीम है । मेसी का खेल यौवन पर है और वह किसी पर भी भारी पड़ सकता है । 
                      अगर नाम और मौजूदा विश्व कप में खेल प्रदर्शन को लेकर चलें तो मेरा अनुमान यही है कि  अंतिम चार में पहुंचने वाली टीमें - ब्राज़ील, नीदरलैंड, जर्मनी और अर्जेंटीना होनी चाहिए लेकिन खेल तो आखिर मैदान पर खेल जाना है और जीतना उसी ने है जो मैच के समय बेहतर खेलेगा । 

शुक्रवार, जून 27, 2014

प्री-क़्वाटरफाइनल में होगी जबरदस्त भिडंत

ब्राज़ील में चल रहा बीसवां विश्व कप नॉक ऑउट दौर में पहुंच चुका है । पहला दौर काफी उलटफेर भरा रहा । स्पेन, इटली, इंग्लैण्ड, पुर्तगाल, रूस, जापान, इक्वाडोर की टीमें दूसरे दौर में नहीं पहुंच पाई । गत चैम्पियन स्पेन का पहले दौर में बाहर होना सबसे बड़ी घटना रही । विश्व रैंकिंग और पिछले वर्षों के प्रदर्शन के आधार पर कुछ लोगों ने स्पेन को चैम्पियन बना दिया था । विश्व कप शुरू होने से पूर्व एक विशेषज्ञ द्वारा नॉक आउट दौर का पूरा शेड्यूल जारी कर दिया गया था । वास्तविक स्थिति देखने से पहले हम उस अनुमानित शेड्यूल को देखते हैं -
ग्रुप ए  - ब्राज़ील, क्रोशिया 
ग्रुप बी  - स्पेन, नीदरलैंड
ग्रुप सी - कोलंबिया, जापान 
ग्रुप डी  - इटली, इंग्लैण्ड 
ग्रुप इ  - फ़्रांस, इक्वाडोर 
ग्रुप एफ - अर्जेंटीना, नाइजीरिया 
ग्रुप जी - जर्मनी, पुर्तगाल 
ग्रुप एच - रूस, बेल्जियम 
वर्तमान स्थिति के साथ तुलना करें तो यह अनुमान पूरी तरह से गलत सिद्ध हुआ है । सिर्फ ग्रुप एफ में अनुमानित स्थिति सही सिद्ध हुई है । इसके अतिरिक्त अन्य ग्रुप्स में जो टीमें अनुमान के मुताबिक़ दूसरे दौर में पहुंची हैं उनकी ग्रुप स्थिति बदल गई है जिससे आगे का अनुमान पूरी तरह से गलत सिद्ध हुआ है । फिर भी अनुमान पर एक नजर तो डालते हैं - 
अनुमानित प्री-क़्वाटर फाइनल थे -
ब्राज़ील - नीदरलैंड 
क्रोएशिया - जापान 
कोलंबिया - इंग्लैण्ड 
जापान - इटली 
फ़्रांस - नाइजीरिया 
इक्वाडोर - अर्जेंटीना 
जर्मनी - बेल्जियम 
पुर्तगाल - रूस 
अनुमानित क़्वाटर फाइनल थे -
ब्राज़ील - इटली 
फ़्रांस - पुर्तगाल 
स्पेन - इंग्लैण्ड 
अर्जेंटीना - जर्मनी 
अनुमानित सेमी फाइनल थे -
ब्राज़ील - फ्रांस 
स्पेन - अर्जेंटीना 
अनुमानित फाइनल था - 
ब्राज़ील - स्पेन 
अनुमानित चैम्पियन था - 
स्पेन
जिस किसी ने भी इस शेड्यूल को बनाया था उसने सिर्फ आंकड़ों को देखा था और खेल मैदान पर खेल जाता है, कागज पर नहीं । फिर फ़ुटबाल एक टीम गेम है । वैसे तो यहां भी दो खिलाडी एक टीम में हों वो टीम गेम हो जाता है लेकिन कुछ गेम टीम गेम होकर भी व्यक्तिगत प्रदर्शन से प्रभावित होते हैं, जैसे कि क्रिकेट - एक बल्लेबाज़ की तूफानी पारी, एक गेंदबाज का एक जबरदस्त स्पैल मैच की दिशा बदल देता है, लेकिन फ़ुटबाल में पास देते हुए आगे बढ़ना होता है, आपके पास विश्व विख्यात स्ट्राइकर हैं लेकिन अगर दूसरे  साथी उसे सही पास नहीं दे रहे या उसके पास को सही ढंग से ले नहीं रहे तो उसकी प्रतिभा धारहीन हो जाती है । इतना ही नहीं यदि स्ट्राइकर तालमेल से खेल रहे हैं और डिफेंस या गोलकीपर अपनी भूमिका नहीं निभा रहा तो भी टीम नहीं जीत सकती ।पुर्तगाल इसका प्रमुख उदाहरण है क्योंकि रोनाल्डो जैसा स्टार खिलाड़ी भी इस  टीम को दूसरे दौर में नहीं पहुंचा पाया ।  इस प्रकार के खेल में उचित तालमेल  बेहद जरूरी है और जो टीम तालमेल के साथ खेलती है वह विश्व विख्यात न होते हुए भी उलटफेर कर जाती है जैसे की कोस्टारिका, अल्जीरिया ने किया है । यहां तक स्पेन का संबंध है विश्व कप शुरू होने से पहले ही उनकी विशिष्ट खेल शैली संदेह के घेरे में थी । पिछले छह साल से विश्व जगत में राज करवाने वाली उनकी छोटे पास की शैली ( टिकी - टाका ) अन्यों टीमों को समझ आने लगी थी और विश्व कप से पूर्व मिले कुछ मैचों में मिली हार ने प्रश्न उठाया था कि क्या स्पेन इस शैली को विश्व कप में छोड़ेगा लेकिन एक दम से पुरानी शैली नहीं छोड़ी जा सकती । स्पेन पुरानी शैली के साथ खेला लेकिन इस बार उसका जादू नहीं चला । 
                                इसके अतिरिक्त ब्राजील के कोच स्कोलरी ने भविष्यवाणी की है कि इस बार का फाइनल ब्राज़ील और अर्जेंटीना के बीच होगा । पहले दौर के बाद तो यह अंदाजा काफी अर्थ रखता है, लेकिन इसके सच होने में अभी बहुत रुकावटें हैं क्योंकि अगर ब्राज़ील को फाइनल तक का सफर करना है तो उसे चिली, कोलंबिया,  जर्मनी से भिड़ना होगा और अर्जेंटीना को फाइनल तक के सफर के लिए स्विट्ज़रलैंड, बेल्जियम, नीदरलैंड को हराना होगा । ये सब अनुमान हैं, अनुमान को छोड़कर अब हम वास्तविक स्थिति पर आते हैं । 
वास्तविक ग्रुप स्थिति है  - 
ग्रुप ए  - ब्राज़ील, मैक्सिको  
ग्रुप बी  - नीदरलैंड, चिली 
ग्रुप सी - कोलंबिया, ग्रीस 
ग्रुप डी  - कोस्टा रिका, उरग्वे 
ग्रुप इ  - फ़्रांस, स्विट्ज़रलैंड 
ग्रुप एफ - अर्जेंटीना, नाइजीरिया 
ग्रुप जी - जर्मनी, अमरीका 
ग्रुप एच - बेल्जियम, अल्जीरिया 
वास्तविक  प्री-क़्वाटर फाइनल हैं  -
ब्राज़ील - चिली 
कोलंबिया - उरग्वे 
मैक्सिको - नीदरलैंड 
ग्रीस - कोस्टा रिका 
फ्रांस - नाइजीरिया 
जर्मनी - अल्जीरिया
स्विट्जरलैंड - अर्जेंटीना 
बेल्जियम - अमरीका 
प्री-क़्वाटरफाइनल के सभी मैच रोमांचक होंगे इसमें कोई संदेह नहीं और क़्वाटरफाइनल कौन खेलेगा इसका अनुमान लगाना भी टेढ़ी खीर है फिर भी जिन टीमों से ज्याद उम्मीद ही वे हैं - ब्राज़ील, नीदरलैंड, फ्रांस, जर्मनी और अर्जेंटीना । कम से कम इनको क़्वाटरफाइनल में देखना हर कोई फुटबाल प्रेमी चाहेगा । बेल्जियम को शुरू से ही छुपा रुस्तम माना जा रहा है , अत: उसके क्वाटर फाइनल तक पहुंचने की उम्मीद हम कर सकते हैं । 
क्वाटरफाइनल हेतु मेरा अनुमान - 
ब्राज़ील - कोलम्बिया 
नीदरलैंड - कोस्टा रिका
फ्रांस -  जर्मनी 
अर्जेंटीना - बेल्जियम
यह सिर्फ अनुमान है और इस अनुमान का कोई आधार नहीं और संभवत: इसमें उलटफेर हो । उलटफेर की संभावना है इसलिए मैं सिर्फ इसी दौर का अनुमान लगा रहा हूँ, सेमी फाइनल कौन खेलेगा और कौन चैम्पियन बन सकता है इसकी कल्पना बाद में की जानी चाहिए । फिलहाल तो वक्त है प्री-क्वाटरफाइनल्स की जबरदस्त भिडंत देखने का । 
                               ************

शुक्रवार, जून 13, 2014

फीफा वर्ल्ड कप : कुछ आंकड़े

ब्राज़ील में बीसवें विश्व कप की शुरुआत हो चुकी है | इससे पहले उन्नीस विश्व कप हुए हैं उनमें भले ही सभी महाद्वीपों की भागेदारी निश्चित की गई लेकिन दबदबा यूरोप और द.अमरीका महाद्वीप का रहा है | अभी तक हुए उन्नीस विश्व कप मुकाबलों में दस बार यूरोपीय देशों ने इसे जीता है और नौ बार द.अमरीकी देशों ने | आयोजन के मामले में भी इन्हीं दो महाद्वीपों का वर्चस्व रहा है | सिर्फ तीन बार विश्व कप का आयोजन इन दोनों महाद्वीपों से बाहर हुआ है | पहली बार 1994 में अमेरिका में , दूसरी बार 2002 में द.कोरिया - जापान में और तीसरी बार 2010 में द.अफ्रीका में | यूरोप में इसका आयोजन सात देशों में दस बार { इटली - 1934,1990, फ़्रांस - 1938,1998, स्विट्जरलैंड - 1954, स्वीडन - 1958, इंग्लैण्ड - 1966, प.जर्मनी / जर्मनी - 1974,2006, स्पेन - 1982 } और द.अमरीका महाद्वीप के पाँच देशों में छह बार { उरग्वे - 1930, ब्राज़ील - 1950, चिली - 1962, मेक्सिको - 1970, 1986, अर्जेन्टीना - 1978 } और इस बार सातवीं बार { ब्राज़ील में }इसका आयोजन हो रहा है |
                                   विश्व कप की शुरुआत 1930 में हुई और तीन विश्व कप के बाद द्वितीय विश्व युद्ध के कारण दो बार इसका आयोजन नहीं हो पाया | 1950 से लगातार इसका आयोजन हो रहा है | 1934 से 1978 तक के पहले ग्यारह विश्व कप मुकाबलों में 16 टीमें इसमें भाग लेती थी हालांकि 1938 में आस्ट्रिया ने बहिष्कार किया और 1950 में भारत, स्काटलैंड और तुर्की ने बहिष्कार किया , इस प्रकार इन दो आयोजनों में पन्द्रह और तेरह टीमों ने भाग लिया | 1982 से 1994 तक के चार विश्व कप मुकाबलों में टीमों की संख्या 24 कर दी गई और 1998 से 32 टीमें भाग ले रही हैं | 
                                 अभी तक हुए उन्नीस विश्व कप मुकाबलों में आठ देश चैम्पियन बन चुके हैं, चार देश उपविजेता रहे हैं अर्थात कुल बारह  देश ही ऐसे हैं जिन्हें विश्व कप का फाइनल खेलने का गौरव हासिल हुआ है और इस बीसवें महा मुकाबले में इन बारह में से नौ देश भाग ले रहे हैं | ब्राजील की टीम ने पाँच बार { 1958, 1962,  1970, 1994, 2002 / 6,7,9,15,17 वां विश्व कप   }ख़िताब जीता और दो बार  { 1950, 1998 / 4, 16 वां विश्व कप } उपविजेता रही | इटली की टीम चार बार विजेता { 1934, 1938, 1982, 2006 / 2, 3,12, 18  वां विश्व कप } और दो बार उप विजेता  { 1970, 1994 / 9, 15  वां विश्व कप } रही | जर्मनी तीन बार { 1954, 1974, 1990 / 5, 10, 14 वां विश्व कप } विजेता और चार बार { 1966, 1982, 1986, 2002 / 8, 12, 13, 17  वां विश्व कप उपविजेता रही, इनमें से छह बार का संबंध प.जर्मनी से है | जर्मनी के पुन: एकीकरण के बाद जर्मनी की टीम एक बार फाइनल में पहुंची और उपविजेता रही | अर्जेंटीना दो बार { 1978, 1986 / 11, 13 वां विश्व कप } विजेता और दो बार {1930, 1990 / 1, 14  वां विश्व कप  } उप विजेता रही | उरग्वे ने दो बार { 1930, 1950 / 1st, 4th विश्व कप } विश्व कप जीता | फ़्रांस एक बार { 1998 / 11 वां विश्व कप  } विजेता और एक बार { 2006 / 18 वां विश्व कप  } उपविजेता रही | इंग्लैण्ड ( 1966 /  वां विश्व कप }और स्पेन { 2010 / गत चैम्पियन } ने एक-एक  बार ख़िताब जीता | इसके इलावा चार टीमें ऐसी भी हैं जो फाइनल तक पहुंची लेकिन विजेता नहीं बन पाई  | नीदरलैंड की टीम तीन बार { 1974, 1978, 2010  / 10, 11, 19  वां विश्व कप } उपविजेता रही | चेकोस्लोवाकिया दो बार { 1934, 1962 / 2, 7 वां विश्व कप }, हंगरी दो बार {1938, 1954 / 3, 5 वां विश्व कप } उपविजेता रहे और स्वीडन एक बार { 1958 / 6 वां विश्व कप  }उप विजेता रहा |
                            इस बीसवें विश्व कप में आज तक फाइनल खेली सभी टीमें प्रमुख दावेदार हैं ही, साथ ही पुर्तगाल पर सबसे अधिक नजर रहेगी | इसके अतिरिक्त बेल्जियम, रूस पर भी सबकी नजरें रहेंगी | नाइजीरिया, कैमरून, द.कोरिया कुछ उल्टफेर कर सकते हैं |  ब्राज़ील मेजबान देश होने के कारण और स्पेन गत विजेता होने के कारण सबकी नजरों में है | नीदरलैंड गत विश्व कप में उपविजेता था और तीन बार फाइनल में पहुँच कर न जीत पाने के कलंक को वह धोना चाहेगा | कुल मिलाकर फ़ुटबाल प्रेमियों के लिए यह एक माह का समय अपनी निगाहें विश्व कप पर गडाए रखने का है |
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