यूँ तो आज फटाफट क्रिकेट यानी टी 20 का दौर है और इस दौर में वन डे क्रिकेट की लोकप्रियता भी कम हो रही, ऐसे में टेस्ट क्रिकेट को देखने वाले कम ही हैं। टेस्ट मैच देखने की बजाए लोग बस स्कोर पूछकर काम चला लेते हैं, लेकिन वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल इसका अपवाद हो सकता है। खासकर भारत की टीम के फाइनल में पहुँचने से भारतीय दर्शक 18 जून से साउथैम्पटन में होने वाले इस मैच का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
यदि पूरी चैंपियनशिप को देखा जाए तो इसमें बदलाव की काफी संभावना है। यह चैंपियनशिप वर्ल्ड कप का रूप तभी ले सकती है जब सभी टीमें सभी देशों से दो-दो सीरीज खेलें, जिसमें हर टीम एक बार मेजबान हो और एक बार मेहमान, ताकि मेजबान होने का जो अतिरिक्त लाभ मिलता है, वो दोनों को मिले ( IPL की तरह )। इससे हो सकता है यह सीरिज लम्बी चले| वैसे भी विश्व कप चार साल बाद ही होता है, इसलिए चार साल की अवधि में सभी देश आपस में दो-दो सीरिज खेल सकते हैं| इसके अतिरिक्त फाइनल भी तीन या पाँच मैचों की सीरिज के रूप में होना चाहिए| वर्तमान चैम्पियनशिप में प्वाइंट को लेकर भी कुछ गलतफहमी हुई, जिसके चलते लगातर टॉप पर चल रही भारतीय टीम पर बाहर होने का खतरा पैदा हो गया था, लेकिन निर्णायक श्रृंखला में दमदार प्रदर्शन करने के कारण उनका स्थान पक्का हुआ| उधर न्यूजीलैंड का फाइनल का सफर दूसरों की मेहरबानी पर निर्भर रहा, पर अब ये बातें अतीत का हिस्सा है और इनका कोई महत्त्व नहीं|
यहाँ तक इन दोनों टीमों का संबंध है, तो न्यूजीलैंड कई बार भारत के मार्ग की बाधा बना है| अगर इसी चैम्पियनशिप की बात करें तो भारत ने न्यूजीलैंड के हाथों ही हार का स्वाद चखा| वैसे भी ये दोनों टीमे अपने घर में दूसरों को कम ही जीतने देती हैं या ये कहें कि टेस्ट श्रृंखला में घरेलू मैदाओं का लाभ लगभग सभी टीमें उठाती हैं| फाइनल निष्पक्ष जगह पर होने के कारण यह कहा जा सकता है कि मुकाबला बराबरी का है, लेकिन न्यूजीलैंड ने फाइनल से पहले इंग्लैण्ड से दो टेस्ट खेलकर इंग्लैण्ड के मौसम और पिच का अंदाजा लगा लिया है| इतना ही नहीं, न्यूजीलैंड ने इस श्रृंखला को 2-1 से जीता भी है, जिसका अपना महत्त्व है क्योंकि इंगलैंड को इंग्लैण्ड में हराना कभी भी आसान नहीं रहा| ऐसे में कहा जा सकता है कि न्यूजीलैंड की टीम न सिर्फ इंग्लैण्ड के मौसम और पिच की अभ्यस्त हो चुकी है, अपितु वह जबरदस्त फार्म में भी है|
न्यूजीलैंड ने जो टेस्ट इंग्लैण्ड से जीता, उसमें उनके कप्तान विलियम्सन नहीं खेल रहे थे| यह ठीक वैसा ही है, जैसे भारत ने आस्ट्रेलिया में कप्तान कोहली की अनुपस्थिति में सीरिज जीती| कोहली और विलियम्सन दोनों विश्वस्तरीय बल्लेबाज हैं, लेकिन दोनों की वर्तमान फ़ार्म उनके अपने स्तर के नजदीक नहीं| हालांकि कोहली कभी कभार कुछ रन बना रहे हैं, लेकिन टेस्ट मैच में मैच बदलने वाली पारी उनके बल्ले से कम ही निकली हैं| टेस्ट मैच में कम से कम एक खिलाडी को बड़ी पारी खेलनी ज़रूरी है| नाम से देखें तो रोहित, रहाणे, पुजारा जैसे खिलाडियों के होते चिंता की कोई बात नहीं| आस्ट्रेलिया में पन्त ने जैसा प्रदर्शन किया उससे भारतीय टीम बहुत मजबूत हो जाती है| आस्ट्रेलिया दौरे की जीत का श्रेय पन्त को काफी हद तक जाता है| सुंदर, शुभमन गिल ने भी वहाँ अच्छा काम किया, लेकिन गिल की फॉर्म उसके बाद डगमगाई है, जबकि सुंदर अंतिम पन्द्रह में नहीं|
फाइनल के लिए भारतीय बल्लेबाजी लगभग निश्चित है| अंतिम ग्यारह में शुभमन गिल, रोहित शर्मा, चेतेश्वर पुजारा, विराट कोहली, अजिंक्य रहाणे और ऋषभ पंत का स्थान पक्का है| गेंदबाज़ी को लेकर संदेह बरकरार है| टीम तीन तेज गेंदबाज़ के साथ खेली तो जडेजा और अश्विन दोनों खेलेंगे, लेकिन चार तेज गेंदबाज़ रखने पर अश्विन, जडेजा में से किसी एक को खे लाना होगा, जो कि एक मुश्किल फैसला होगा, हालांकि इसमें अश्विन के खेलने की संभावना अधिक है| तेज गेंदबाजों में बुमराह और ईशांत तो खेलंगे ही| चार तेज गेंदबाज़ रखने पर शमी और सिराज को जगह मिलेगी, लेकिन तीन तेज गेंदबाज़ रखने पर संभवत: शमी को बाहर बैठना पड़े|
यूँ तो टेस्ट मैच पांच दिन का खेल है, लेकिन पहला दिन बहुत महत्त्वपूर्ण होता है| बल्लेबाजी करते हुए अगर पहले दिन अच्छा स्कोर बना लिया जाए तो आप काफी हद तक सुरक्षित हो जाते हैं और अगर ऐसा न हो, और आप काफी विकेट गँवा दें तो वापसी के लिए या तो गेंदबाजों पर निर्भर रहना होगा या फिर दूसरी पारी में करिश्मा करना होगा| पहली पारी में गेंदबाज़ी करने की स्थिति भारतीत गेंदबाजों के सामने लेथम, टेलर, विलियम्सन जैसे अनुभवी बलेबाज़ होंगे, साथ ही नई सनसनी कन्वे भी है|
भारतीय टीम काफी दिनों से इंग्लैण्ड में है, लेकिन मैच प्रैक्टिस को देखें तो इस समय न्यूजीलैंड का हाथ ऊपर है, लेकिन ये सिर्फ कागज़ी बातें हैं क्योंकि गेंद और बल्ले से कैसा खेल होगा इसके लिए हमें 18 जून से 22 जून तक का मैच देखना ही होगा| हाँ, इतना अनुमान जरूर लगाया जा सकता है कि यह मैच रोमांचक होगा और अगर मौसम ने बाधा न डाली तो इसका परिणाम जरूर निकलेगा और एक भारतीय होने के नाते, हम तो यही उम्मीद करेंगे कि यह परिणाम भारत के पक्ष में हो|
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1 टिप्पणी:
Let us see ....what will happen
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