हैदराबाद के बाद दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान पर भी अंग्रेजों को धूल चटाकर भारतीय टीम ने श्रृंखला जीतने की तरफ कदम बढ़ा दिए हैं. यहाँ से श्रृंखला में जीत निश्चित दिख रही है, लेकिन सिर्फ तीन मैच जीतकर श्रृंखला जीत लेना ही काफी नहीं. भारतीय टीम को अंग्रेजों का सूपड़ा साफ करने की तरफ सोचना होगा, क्योंकि इसी तरीके से इंग्लैण्ड में मिली हार का बदला लिया जा सकता है.
यहाँ तक दिल्ली में खेले गए दूसरे एकदिवसीय मैच का प्रश्न है, इस मैच में भी भारतीय खिलाडियों ने काबिले-तारीफ प्रदर्शन किया है. इस बार भारतीय टीम पहले गेंदबाज़ी कर रही थी और गेंदबाजों ने इंग्लैण्ड को महज 237 रन पर रोक लिया. युवा गेंदबाज़ विनय कुमार ने चार विकेट लेकर करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया. उमेश यादव ने भी दो विकेट झटके. आसान लक्ष्य को पाने उतरी भारतीय टीम ने महज 29 रन तक अपने दोनों सलामी बल्लेबाज़ गंवा दिए थे, लेकिन स्थानीय खिलाडी गंभीर और कोहली ने इसके बाद टीम को कोई झटका नही लगने दिया और नाबाद 209 रन की सांझेदारी करके 80 गेंद रहते जीत हासिल करवा दी.
मध्यक्रम के सभी बल्लेबाज़ रन बना रहे हैं यह टीम इण्डिया के लिए अच्छी खबर है, लेकिन सलामी जोड़ी लगातार दूसरे मैच में असफल रही. अजिंक्य रहाणे को धैर्य से काम लेना होगा. हालांकि टीम में बदलाव की संभावना नहीं है और संभवत: टीम इण्डिया इसी एकादश के साथ ही अगले मैच में उतरना चाहेगी. अगला मैच चण्डीगढ़ में होना है. यहाँ की पिच तेज़ गेंदबाजों को मदद दे सकती है, ऐसे में टीम इण्डिया को थोडा सतर्क रहना होगा. पहले दोनों मैच हारने के बाद इंग्लैण्ड टीम निश्चित रूप से दवाब में होगी. अब इसी दवाब का लाभ उठाते हुए चंडीगढ़ में श्रृंखला जीतनी होगी.
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