LATEST:


विजेट आपके ब्लॉग पर

शुक्रवार, जून 17, 2011

क्या भारत टेस्ट श्रृंखला जीत पाएगा ?

भारतीय टीम ने वेस्ट इंडीज़ में एक दिवसीय श्रृंखला 3-2 से जीत ली है . अगर परिणाम को देखें तो यह बुरा नहीं लग रहा लेकिन जब इस श्रृंखला को देखते हैं तो यह निराशाजनक है क्योंकि भारत लगातार तीन मैच जीत चुका था . वेस्ट इंडीज़ के हालिया प्रदर्शन को देखें या उसकी रैंकिंग को देखें तो भारत को क्लीन स्वीप करना ही चाहिए था . भले ही भारतीय टीम भी युवा थी लेकिन उनके पहले तीन मैचों ने जो उम्मीदें जगाई थी , उस पर वे खरे नहीं उतरे . बल्लेबाज़ी में सबसे बड़ी बात रही कि वे सिर्फ टुकड़ों में प्रदर्शन कर पाए .ओपनिंग की विफलता भी अंतिम दो मैचों में हार का कारण रही .वैसे टीम ने गेंदबाज़ी में अच्छा प्रदर्शन किया . संक्षेप में इस श्रृंखला में भारत अपना दबदबा तो कायम नहीं कर पाया , हाँ रिकार्ड में एक जीत उसके हिस्से अवश्य आ गई है .
                  अब दोनों देशों के बीच तीन टेस्ट मैचों की  श्रृंखला है . इस श्रृंखला में भी भारत अपनी श्रेष्ट टीम के साथ नहीं उतरेगा . उधर वेस्ट इंडीज़ भी क्रिस गेल के बिना खेलेगी .ऐसे में मुकाबला रोमांचक होने की संभावना है . भारतीय बल्लेबाज़ी क्रम द्रविड़ , लक्ष्मण और धोनी के आने से मजबूत हुआ है लेकिन सचिन , सहवाग और गंभीर की कमी को पूरा नहीं किया जा सकता . सहवाग और गंभीर विश्वस्तरीय ओपनिंग जोड़ी है . ये दोनों न सिर्फ रन बनाते हैं बल्कि तेज़ गति से रन बनाते हैं . सहवाग तो टेस्ट को भी एक दिवसीय के अंदाज़ से खेलता है , जिससे कम समय में बड़ा स्कोर खड़ा करके गेंदबाजों को बीस विकेट हासिल करने का अतिरिक्त समय मिल जाता है . इस श्रृंखला में इसी बात का नुक्सान होगा  . तेज़ खेलने वाले तीनों बल्लेबाज़ टीम में नहीं हैं . द्रविड़ और लक्ष्मण के रहते टीम अच्छा स्कोर बना पाएगी , इसमें संदेह नहीं लेकिन स्कोर बनने में समय ज्यादा लगेगा , जिससे गेंदबाजों को सर्वश्रेष्ट प्रदर्शन करके दिखाना होगा , तभी जीत हासिल की जा सकेगी अन्यथा ड्रा मैच देखने को मिल सकते हैं .
                       बल्लेबाज़ी में द्रविड़-लक्ष्मण को अतिरिक्त जिम्मेदारी निभानी होगी . टीम की ओपनिग जोड़ी सबसे कमजोर कड़ी है . सम्भवत: मुरली विजय और अभिनव मुकंद पारी की शुरुआत करें . विजय के पास देश की तरफ से खेलने का अनुभव है लेकिन दूसरा साथी नवांगतुक है .ऐसे में नम्बर तीन के बल्लेबाज़ द्रविड़ को पिच पर रुकना ही होगा . हो सकता है टीम द्रविड़ से ओपनिंग करवाने की सोचे , ऐसे में कोहली नम्बर तीन पर उचित विकल्प होंगे . मध्यक्रम में रैना , लक्ष्मण और धोनी टीम को मजबूत बनाएंगे . इस तरीके से पांच गेंदबाजों को भी खिलाया जा सकता है . टीम को जीतने के लिए गेंदबाजों के बेहतर प्रदर्शन की सख्त जरूरत है .एक अतिरिक्त गेंदबाज़ काम आसान कर सकता है .
        अगर कागजों पर देखें तो टीम इण्डिया को श्रृंखला जीतनी ही चाहिए , लेकिन यह खेल मैदान पर खेला जाना है और वहां वही जीतेगा जो अच्छा खेलेगा . अंतिम दो एकदिवसीय मैचों के परिणाम बताते हैं कि वेस्ट इंडीज़ की टीम में पलटवार करने की क्षमता है . फिर भी पलड़ा भारत का ही भारी रहने की संभावना है . भारत का श्रृंखला हारना मुश्किल दिख रहा है . हाँ , देखना तो यह है की क्या वह टेस्ट श्रृंखला जीत पाएगा .
                    
                          * * * * *

कोई टिप्पणी नहीं:

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...