जैसा की अंदेशा था भारत लार्ड्स टेस्ट हार गया .मैच की चौथी पारी से बहुत ज्यादा उम्मीद भी नहीं की जा सकती .दरअसल भारत ने अपनी पहली और मैच की दूसरी पारी में ही मैच को हाथ से निकाल दिया था .फ़ॉलोआन न खेलने के बावजूद वे 188 रन से पिछड़े .इतना ही नहीं इंग्लैण्ड के पास पर्याप्त समय था कि वे मनमाफिक रन बना सकें .भारत को लगभग सात घंटे का समय पिच पर बिताना था .हालांकि वे छः घंटे पिच पर बिताने में सफल रहे लेकिन वे अपने काम को अंजाम तक नहीं पहुंचा पाए.
इस दौरे में चार टेस्ट मैच खेले जाने हैं ,ऐसे में श्रृंखला अभी तक खुली हुई है ,भारत के पास वापिसी के अवसर होंगे . दूसरा टेस्ट बहुत महत्वपूर्ण होगा .इस मैच में इंग्लैण्ड को अपराजेय बढ़त लेने से रोकना होगा .भारत को श्रृंखला बराबरी पर लाने की कोशिश करनी होगी अगर यह बराबरी पर न लाई जा सके तो भी इस बढ़त को और बढ़ने से तो रोकना ही होगा ,लेकिन धोनी पर एक मैच के प्रतिबंध की तलवार लटकी हुई है अगर धोनी पर प्रतिबन्ध लगता है तो टीम मुश्किल में पड़ जाएगी .इतना ही नहीं जहीर और गंभीर भी इस मैच में चोटिल हुए हैं ,देखना यह है कि क्या वे दूसरे टेस्ट तक पूरी तरह से फिट हो पाएंगे या नहीं .
तीसरे टेस्ट में सहवाग की वापिसी की उम्मीद है. सहवाग के आने से टीम की आक्रामकता में बढ़ोतरी होगी .टीम इंग्लैण्ड को अंतिम दो टेस्ट मैचों में ज्यादा मजबूती से टक्कर देगी लेकिन इसके लिए जरूरी है कि तब तक श्रृंखला हाथ से न निकली हो .भारत को लार्ड्स की पराजय को भुलाकर दूसरे टेस्ट की तैयारी जी जान से करनी होगी . अभी नम्बर वन का ताज हाथ से निकला नहीं लेकिन इतना सच है कि इंग्लैण्ड ने इस ताज को छीनने के लिए हाथ बढ़ा दिए हैं .देखना यह है कि क्या भारत ताज बचा पायेगा ?
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