भारतीय क्रिकेट टीम इतिहास रचने के करीब थी , लेकिन अंतिम दो मैचों में द.अफ्रीका ने उसे पटखनी दे दी .पूरी श्रृंखला को देखें तो इक्का-दुक्का प्रदर्शनों को छोडकर बल्लेबाजों ने बेहद निराश किया . चौथे मैच में कोहली अकेले पड़ गए तो पांचवें मैच में यूसुफ़ पठान . कोहली पहले ही अपना दावा मजबूती से प्रस्तुत करते रहे हैं . अंतिम ग्यारह हेतु पठान ने भी दावेदारी प्रस्तुत कर दी है . युवराज एक अर्द्धशतकीय पारी और गेंदबाज़ी में प्रदर्शन के आधार पर दावेदार है . रैना का प्रदर्शन निराशाजनक रहा है .विश्व कप हेतु वे अंतिम पन्द्रह में हैं लेकिन द.अफ्रीका में किया प्रदर्शन उन्हें अंतिम ग्यारह से बाहर रखवा सकता है .
द. अफ्रीकी दौरे के बारे में यदि संक्षेप से कहा जाए तो इसे निराशाजनक नहीं माना जाना चाहिए ,क्योंकि टेस्ट श्रृंखला ड्रा रही , टी-20 हम जीते , एकदिवसीय श्रृंखला 3-2 के मामूली अंतर से हारे . विश्व कप हमारे घर में हो रहा है अत: माहौल हमारे अनुकूल होगा और यहाँ टीम इंडिया निस्संदेह अच्छी बल्लेबाज़ी करेगी , फिर सहवाग ,सचिन और गम्भीर की भी वापिसी होगी . फ़िलहाल कोई समस्या है तो यही कि विश्व कप हेतु जो एकादश है वो एक साथ नहीं खेल पाया .द.अफ्रीका में इसे एक साथ खेलाने की योजना थी लेकिन चोटों ने गुड गोबर कर दिया . अब प्रशिक्षण कैम्प के द्वारा ही इस कमी को पूरा करना होगा . सही बल्लेबाज़ी क्रम का निर्धारण करना होगा और यह विशेष चुनौती नहीं क्योंकि भारतीय बल्लेबाज़ी बेहद अनुभवी है . देखना है तो बस यही कि इस अनुभव का कितना और कैसा प्रयोग वे विश्व कप में कर पाते हैं .
द. अफ्रीकी दौरे के बारे में यदि संक्षेप से कहा जाए तो इसे निराशाजनक नहीं माना जाना चाहिए ,क्योंकि टेस्ट श्रृंखला ड्रा रही , टी-20 हम जीते , एकदिवसीय श्रृंखला 3-2 के मामूली अंतर से हारे . विश्व कप हमारे घर में हो रहा है अत: माहौल हमारे अनुकूल होगा और यहाँ टीम इंडिया निस्संदेह अच्छी बल्लेबाज़ी करेगी , फिर सहवाग ,सचिन और गम्भीर की भी वापिसी होगी . फ़िलहाल कोई समस्या है तो यही कि विश्व कप हेतु जो एकादश है वो एक साथ नहीं खेल पाया .द.अफ्रीका में इसे एक साथ खेलाने की योजना थी लेकिन चोटों ने गुड गोबर कर दिया . अब प्रशिक्षण कैम्प के द्वारा ही इस कमी को पूरा करना होगा . सही बल्लेबाज़ी क्रम का निर्धारण करना होगा और यह विशेष चुनौती नहीं क्योंकि भारतीय बल्लेबाज़ी बेहद अनुभवी है . देखना है तो बस यही कि इस अनुभव का कितना और कैसा प्रयोग वे विश्व कप में कर पाते हैं .
1 टिप्पणी:
skaratmak soch ,Team India ko bhi isko apnana chahie
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